भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा सहकारी कोऑपरेटिव बैंकों के खाताधारकों के लिए 2025 में दो महत्वपूर्ण अपडेट की घोषणा की गई है, जो उनके बैंकिंग अनुभव को बेहतर और लाभकारी बनाने वाले हैं। ये बदलाव न केवल खाताधारकों को अधिक सुविधा देंगे, बल्कि साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से भी फायदा पहुंचाएंगे। इन दो बड़े अपडेट्स से सहकारी बैंकों के ग्राहक निश्चित रूप से लाभान्वित होंगे।
1. रिजर्व बैंक की ओर से डिजिटल लेनदेन पर नई सुविधाएं
रिजर्व बैंक ने सहकारी बैंकों के खाताधारकों के लिए डिजिटल लेनदेन को और अधिक सुविधाजनक बनाने की योजना बनाई है। 1 अप्रैल 2025 से सहकारी बैंकों में UPI (Unified Payments Interface) और NEFT/RTGS जैसे डिजिटल लेनदेन के माध्यम से होने वाले ट्रांजेक्शनों की प्रक्रिया को आसान और तेज किया जाएगा। अब सहकारी बैंकों के खाताधारक इन डिजिटल प्लेटफार्म्स पर बड़े पैमाने पर लेन-देन कर सकेंगे और वे किसी भी अन्य बैंक के ग्राहक के समान सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
इसके अलावा, अब सहकारी बैंकों में UPI पेमेंट्स पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे, जिससे ग्राहकों की वित्तीय जानकारी और लेन-देन पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी। साथ ही, सहकारी बैंक अब अपने ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाएं भी देंगे, जिससे वे बिना किसी भौतिक शाखा में गए, अपनी सभी बैंकिंग सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे।
2. ATM निकासी पर शुल्क में कमी और मुफ्त ट्रांजेक्शन की बढ़ी सीमा
रिजर्व बैंक की एक और महत्वपूर्ण घोषणा है कि सहकारी बैंकों के ग्राहकों को एटीएम से मुफ्त कैश निकासी की सीमा बढ़ा दी जाएगी। अब सहकारी बैंक के खाताधारक प्रति माह अधिकतम 6 मुफ्त एटीएम ट्रांजेक्शंस का लाभ उठा सकेंगे, चाहे वह अपने बैंक के एटीएम से करें या किसी अन्य बैंक के एटीएम से। यह बदलाव 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा।
साथ ही, एटीएम से निकासी शुल्क में भी कमी की जाएगी, और सहकारी बैंकों के ग्राहकों को अन्य बैंकों के एटीएम से निकासी पर ₹15 से ₹20 के बीच शुल्क लगाया जाएगा, जो पहले ₹25-₹30 तक हुआ करता था। इससे सहकारी बैंक खाताधारकों को अधिक कैश निकासी का लाभ मिलेगा और कम शुल्क के साथ उनका वित्तीय बोझ हल्का होगा।
सहकारी बैंकों के लिए फायदे:
- डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधाएं: सहकारी बैंकों के खाताधारक अब UPI और NEFT/RTGS जैसे डिजिटल पेमेंट्स का आसानी से उपयोग कर सकेंगे।
- बड़ी सुरक्षा: लेन-देन की सुरक्षा को लेकर नए और बेहतर उपाय लागू किए जाएंगे, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
- फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन की सीमा बढ़ी: सहकारी बैंकों के ग्राहकों को अब अधिक मुफ्त एटीएम ट्रांजेक्शन मिलेंगे।
- कम शुल्क पर एटीएम निकासी: अन्य बैंकों के एटीएम से भी कम शुल्क पर निकासी की सुविधा।
निष्कर्ष
1 अप्रैल 2025 से सहकारी बैंकों के ग्राहकों को जो नए अपडेट्स मिलेंगे, उनका सीधा फायदा उन्हें अधिक डिजिटल सुविधाओं और कम शुल्क पर मिलेगा। यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक और बड़ा कदम है। अब सहकारी बैंक के ग्राहक भी देश के अन्य प्रमुख बैंकों के ग्राहकों की तरह लाभ उठा सकेंगे और उनकी बैंकिंग प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाया जाएगा।
यदि आप सहकारी बैंक के खाता धारक हैं, तो ये बदलाव आपके लिए निश्चित ही एक बड़ी खुशखबरी साबित होंगे, और आपके बैंकिंग अनुभव को अधिक सुविधाजनक और लाभकारी बनाएंगे।