Gold Loan New Rules By RBI: गोल्‍ड लोन लेने वालों के लिए खुशखबरी 3 नए नियम Muthoot Finance

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन सेक्टर के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं जो गोल्ड लोन कंपनियों (मुथूट फाइनेंस, मणप्पुरम फाइनेंस) और ग्राहकों दोनों को प्रभावित करेंगे। इन नए नियमों के तहत गोल्ड लोन लेने की प्रक्रिया और भुगतान शर्तों में बड़े बदलाव हुए हैं। यह लेख आपको बताएगा कि RBI के नए गोल्ड लोन नियम क्या हैं, कैसे ये आपको प्रभावित करेंगे और गोल्ड लोन लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।


RBI के नए गोल्ड लोन नियम 2024: मुख्य बदलाव

1. गोल्ड वैल्यूएशन में पारदर्शिता (सोने का मूल्यांकन नए तरीके से)

  • अब सोने का मूल्यांकन RBI द्वारा मान्यता प्राप्त स्वतंत्र ज्वैलर्स द्वारा किया जाएगा।
  • पहले की तरह कंपनियां अपने मनमाने तरीके से सोने की कीमत नहीं लगा सकेंगी।
  • सोने की शुद्धता (कैरेट) और वजन का सही आकलन अनिवार्य होगा।

2. EMI पर गोल्ड लोन चुकाने की सुविधा

  • अब गोल्ड लोन को EMI के माध्यम से चुकाया जा सकेगा।
  • पहले केवल लम्पसम अमाउंट में भुगतान करना पड़ता था, जिससे कई लोगों को परेशानी होती थी।
  • अब आप 3 महीने से 3 साल तक की अवधि में EMI चुका सकते हैं।

3. लोन-टू-वैल्यू (LTV) अनुपात में बदलाव

  • RBI ने गोल्ड लोन पर LTV अनुपात 75% से बढ़ाकर 85% कर दिया है।
  • यानी अब आपको अपने सोने के 85% मूल्य तक लोन मिल सकेगा (पहले 75% था)।
  • उदाहरण: अगर आपके सोने की कीमत ₹1 लाख है, तो अब आपको ₹85,000 तक का लोन मिल सकता है (पहले ₹75,000 मिलता था)।

नए नियमों का गोल्ड लोन कंपनियों पर प्रभाव

  • मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर गिरे क्योंकि नए नियमों से उनकी कमाई पर असर पड़ सकता है।
  • कंपनियों को अब सोने का मूल्यांकन तीसरे पक्ष (Third-Party) से करवाना होगा, जिससे उनकी लागत बढ़ेगी।
  • EMI विकल्प से कंपनियों को लोन रिकवरी में आसानी होगी, लेकिन ब्याज आय कम हो सकती है।

गोल्ड लोन लेने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

  1. सोने की शुद्धता जांचें: RBI के नए नियमों के तहत सोने की शुद्धता (22K/24K) का सही आकलन जरूरी है।
  2. ब्याज दर की तुलना करें: अलग-अलग बैंकों और NBFCs (जैसे मुथूट फाइनेंस) से ब्याज दरें चेक करें।
  3. EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें: अब आप EMI के जरिए लोन चुका सकते हैं, इसलिए पहले EMI कैलकुलेट कर लें।
  4. लोन चुकाने की अवधि: अधिकतम 3 साल की अवधि में लोन चुकाएं ताकि ब्याज कम लगे।

गोल्ड लोन के फायदे (नए नियमों के बाद)

✅ जल्दी लोन मिलता है (सोने को गिरवी रखकर तुरंत कैश मिल जाता है)।
✅ कम ब्याज दर (बैंक लोन की तुलना में सस्ता)।
✅ कोई CIBIL स्कोर चेक नहीं (खराब क्रेडिट हिस्ट्री वाले भी लोन ले सकते हैं)।
✅ EMI विकल्प से आसान किश्तों में भुगतान।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

❓ क्या अब गोल्ड लोन पर EMI चुकाई जा सकती है?

✅ हां! RBI के नए नियमों के तहत अब आप गोल्ड लोन को EMI में चुका सकते हैं।

❓ कितने कैरेट के सोने पर लोन मिलेगा?

✅ 18K से 24K तक के सोने पर लोन मिलता है, लेकिन 22K और 24K सोने पर ज्यादा वैल्यू मिलती है।

❓ अगर लोन नहीं चुका पाए तो क्या होगा?

✅ अगर आप लोन नहीं चुका पाते हैं, तो कंपनी आपका सोना नीलाम कर सकती है। इसलिए EMI का ध्यान रखें।

❓ क्या गोल्ड लोन पर टैक्स बेनिफिट मिलता है?

✅ नहीं, गोल्ड लोन पर कोई टैक्स छूट नहीं मिलती क्योंकि यह सिक्योर्ड लोन है।


निष्कर्ष: क्या नए नियम फायदेमंद हैं?

RBI के नए गोल्ड लोन नियम ग्राहकों के लिए फायदेमंद हैं क्योंकि:
✔️ EMI विकल्प से लोन चुकाना आसान होगा।
✔️ LTV अनुपात बढ़ने से ज्यादा लोन मिलेगा।
✔️ सोने का सही मूल्यांकन होगा, जिससे धोखाधड़ी कम होगी।

हालांकि, मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम जैसी कंपनियों को नए नियमों का पालन करने में चुनौतियां आ सकती हैं, जिसका असर उनके शेयरों पर देखने को मिल रहा है।

अगर आप गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं, तो नए नियमों को समझकर ही कोई निर्णय लें।

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